Shlok
Chant these Sholk 21,51,108 ....times daily any time of the day
Marriage-
तब जंक पाई वसिष्ठ आयसु ब्यहा साज /
सविर के मडावी श्रुतिका रति उर मिला
कुवारी लाई हकारी के //
Examination
जेहि पर क्रपा करही जनू जानी /
कबिदर आजिर पचवाही वानी /
जानू क्रपा नहीं क्रपा अघतित/
Education
गुरु गृहे पठन रघु साईं /
अलप काल विद्या सब आई //
Money
जीभी सरिता सागर महू जाहि /
जय पि ताहि कामन नाही //
तभी सुख सम्पति बिनही पिलाये /
धस्य सील पाहि जाही सुभा//
Tension
हरण कठिन काली कालेषु कलेसर
महामोह निस्दलन दिनेसु //
Monetary benfit
जो सकाम नर सुनाही जे बावरी
सुख सम्पति नाना विधि पावही //
For any wish
बहव भेषज रघुनाथ जासु सुनाही
जे नर भारुनारी तीही कर सकल
मनोरथ सिद्ध करही त्रिपुरारी //
Mental peace
रामचरन द्रस्ठ परती करी बलि किन्हें तनु त्याग
सुमन माल जीभी कंठ ते गिरन न जवाई बाग़ //
Marriage-
तब जंक पाई वसिष्ठ आयसु ब्यहा साज /
सविर के मडावी श्रुतिका रति उर मिला
कुवारी लाई हकारी के //
Examination
जेहि पर क्रपा करही जनू जानी /
कबिदर आजिर पचवाही वानी /
जानू क्रपा नहीं क्रपा अघतित/
Education
गुरु गृहे पठन रघु साईं /
अलप काल विद्या सब आई //
Money
जीभी सरिता सागर महू जाहि /
जय पि ताहि कामन नाही //
तभी सुख सम्पति बिनही पिलाये /
धस्य सील पाहि जाही सुभा//
Tension
हरण कठिन काली कालेषु कलेसर
महामोह निस्दलन दिनेसु //
Monetary benfit
जो सकाम नर सुनाही जे बावरी
सुख सम्पति नाना विधि पावही //
For any wish
बहव भेषज रघुनाथ जासु सुनाही
जे नर भारुनारी तीही कर सकल
मनोरथ सिद्ध करही त्रिपुरारी //
Mental peace
रामचरन द्रस्ठ परती करी बलि किन्हें तनु त्याग
सुमन माल जीभी कंठ ते गिरन न जवाई बाग़ //
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